हाफ गर्लफ्रेंड
माइंड के कैमरा में सहेजकर रख लेना चाहता था। मैंने गेंद को उसकी ओर फेंका, जिसे उसने आसानी से थाम लिया। मेरे गेंद फेकने के अंदाज से ही वह समझ गई
थी कि मुझे यह खेल आता है।
ज योर प्वाइंट शूटर, मैंने कहा ना जाने क्यों, मैं इस बार सही इंग्लिश बोल गया था। "व्हाट।" उसने कहा। उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा। मैंने मन ही मन सोचा कि काश मैंने बेहतर कपड़े पहने. होते। मैंने अपने इंटरव्यू के शर्ट-पैंट नहीं बदले थे, जिन्हें मेरे कस्बे के दर्जी ने बहुत ढीला-ढाला सिल दिया था। मैं बास्केटबॉल कोर्ट में बेगाना-सा लग रहा था। मेरे हाथों में मेरे सर्टिफिकेट्स का फोल्डर था, जिसकी वजह से मैं सेवटीज की उन हिंदी फिल्मों का हीरो लग रहा था, जिसे कोई नौकरी नहीं मिल पा रही हो। मेरे पास बिहार स्टेट टीम की टी-शर्ट भी है, मैं उससे कहना चाहता था। पर निश्चित ही चलते खेल के बीच में और पहली बातचीत के
मद्देनजर ऐसा कहना बहुत वाहियात होता। 'योर शूटर इज यूजलेस मैंने कहा
रेफरी ने सीटी बजाई, जिसका मतलब था कि खेल फिर से शुरू किया जाए। वह मुड़ी और जितनी तेजी से उसका ओ अपनी टीम मेंबर्स तक पहुंचता, उससे भी तेजी से वह मेरे बारे में भूल गई। 'हियर, पास इट दुमी,' विरोधी खेमे की वास्केट तक पहुंचने के बाद 'आर' ने चिल्लाते हुए कहा।
गेंद उसकी प्वाइंट शूटर के हाथों में थी और वह उसे थामे हुए कफ्यूज होकर इधर-उधर देख रही थी।
'आई सेड हियर,' 'आर' इतनी जोर से चिल्लाई कि लॉन में पेड़ों पर बैठे कबूतर उड़ गए। प्वाइंट शूटर ने गेंद
पास की आर ने उसे पकड़ा और श्री प्वाइंट लाइन के भी काफी पीछे से उसे उछाला। गेंद सीधे बास्केट में जाकर गिरी। दर्शकों ने बीयर किया। उनके दिल में तो पहले ही 'आर' के लिए सॉफ्ट कॉर्नर बन गया था।
दस मिनट पूरे होने पर रेफरी ने ब्रेक की घोषणा की। कॉलेज टीम 12-5 से आगे थी। 'आर' अपनी टीम के साथ एक गुट बनाकर खड़ी थी और अगले राउंड के लिए रणनीति बना रही थी। जब उनकी मीटिंग खत्म हुई तो उसने एक टॉवल से अपना चेहरा और गर्दन पौछी।
मैं उसे देखता ही रह गया। मैं यह भी भूल गया कि एक घंटे से भी कम समय में मेरा खुद का ट्रायल होने जा रहा है। मैं बस उससे थोड़ी और बात करने की तरकीब ढूँढ निकाल लेना चाहता था। शायद मैं उसे बता सकता था कि वह बहुत अच्छा खेल रही थी। मैं यह भी सोच रहा था कि खुद को एक शो-ऑफ साबित किए बिना उसे अपने स्टेट लेवल गेम के बारे में कैसे बताऊँ। और सबसे बढ़कर यह कि इंग्लिश में पाँच शब्दों का वाक्य बोलने से आगे मैं कैसे बहूँ? उसने देख लिया कि मैं उसे निहार रहा है। मैं अपनी जान ले लेना चाहता था। वह सीधे मेरी ओर देखती रही। उसके गले में टॉवेल लिपटा हुआ था। इसके बाद वह मेरी ओर चलकर आने लगी। मेरी रीढ़ की हड्डी में झुरझुरी दौड़
गई। मैं आपको वैसी नजरों से नहीं देख रहा था, मैं उससे कहना चाहता था। मैं सोचने लगा कि कहीं वह मुझ पर चिल्लाएगी तो नहीं, जैसा कि मैच के दौरान वह अपनी साथी खिलाड़ियों पर चिल्ला रही थी।
वह पूरा कोर्ट पार करते हुए मुझे बैंक्स कहने के लिए आई थी। वह गहरी साँसे भर रही थी। मेरी आँखें उसकी आँखों से हट नहीं रही थीं।
दूसरी तरफ देखो, माधव मैंने खुद को लगभग झिड़कते हुए कहा और नजरें फेर ली।
'थैंक्स, 'आर ने कहा।
'बैट' बाज अ गुड टिप, उसने कहा।
'वेलकम यू आर गुड मैंने कहा। एक-एक शब्द मानो ईंटों की तरह भारी था। "एनी अदर संजेशंस फॉर द सेकंड हाफ? वी आर लूजिंग।' 'येस, ' मैंने कहा और उसकी और फिर से मुड़ा। मैं उसे और टिप्स देना चाहता था, लेकिन मैं इंग्लिश में नहीं
बोल सकता था। यू स्पीक हिंदी?" मैंने कहा।
वह इस सवाल से हैरान लग रही थी। सेंट स्टीफेंस में कोई भी किसी से यह सवाल नहीं पूछता था। 'वेल, येस, ऑफ कोर्स, उसने कहा। "ओके' मैंने कहा और अपनी भाषा में समझाने लगा, 'उनके पास दो स्ट्रांग प्लेयर्स हैं, उन्हें एकदम टाइट कवर